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Tuesday, 5 March 2013

CBSE कक्षा-१० हिंदी-ब पद्य-खंड - मधुर-मधुर मेरे दीपक जल!

मधुर-मधुर मेरे दीपक जल!

निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रशनों के लिए सही विकल्प चुनिए-

credits: original pic from movie Devdas
मधुर-मधुर मेरे दीपक जल!
युग-युग प्रतिदिन प्रतिक्षण प्रतिपल
प्रियतम का पथ आलोकित कर!

सौरभ फैला विपुल धूप बन
मृदुल मोम-सा घुल रे मृदु-तन!
दे प्रकाश का सिन्धु अपरिमित
तेरे जीवन का अणु गल-गल
पुलक-पुलक मेरे दीपक जल!

प्र१: कवयित्री किससे जलते रहने का आग्रह कर रही हैं?

क) सूर्य से
(ख) चंद्रमा से
(ग) मार्गदर्शक दीपक से
(घ) आस्था रुपी दीपक से


प्र२: 'मृदुल मोम-सा' पंक्ति का क्या अर्थ है?

(क) मीठे मोम की तरह
(ख) कोमल मोम की तरह
(ग) पिघले मोम के समान
(घ) जले मोम की तरह



प्र३: 'सौरभ फैला विपुल धूप बन' का आशय है-

(क) सौरभ विपुल धूप बनकर फैला
(ख) विपुल सौरभ धूप बनकर फैला
(ग) धूप ही सौरभ बनकर फैली
(घ) उपर्युक्त सभी ठीक हैं


प्र४: 'तेरे जीवन का अणु गल-गल' में 'तेरे' शब्द किसके लिए आया है?

(क) मोम की बाती रुपी काया
(ख) प्रिये की प्रतीक्षा में प्रियसी
(ग) अहंकार का गलना
(घ) उपर्युक्त सभी ठीक हैं


प्र५: दीपक के पुलक-पुलक जलने का अर्थ है?

(क) प्रसन्न और रोमांचित होकर
(ख) हँस-हँस कर
(ग) उछल-उछलकर
(घ) दुखी और पराजित होकर


उत्तर:१: (ग) मार्गदर्शक दीपक से
२: (ख) कोमल मोम की तरह
३: (क) सौरभ विपुल धूप बनकर फैला
४: (घ) उपर्युक्त सभी ठीक हैं

५: (क) प्रसन्न और रोमांचित होकर




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