हिंदी व्याकरण - क्रिया (कर्म के आधार पर)
Hindi Grammar - Kriya (Verbs) - Karam Ke Adhar Par
जिन शब्दों से किसी कार्य के होने या करने का (बोध) होता हो, तो उसे क्रिया कहते हैं । जैसे
- खाना, पीना, गाना , रहना, जाना आदि |
घातु - क्रिया का मूल रूप धातु कहलाता है। जैसे-लिख, पढ़, जा, खा, गा, रो, पा आदि। इन्हीं घातुओं से लिखता, पढ़ता, आदि क्रियाएँ बनाई जाती है |
कर्म के आधार पर क्रिया के दो प्रकार के भेद होते हैं -
1. अकर्मक क्रिया
2. सकर्मक क्रिया
1. अकर्मक क्रिया-
अकर्मक क्रिया के साथ कमी भी कर्म का (बोध) नहीं होता तथा उसका प्रभाव कर्ता पर पढ़ता है|
उदाहरण - मनोज गाता है |
(कर्म का अभाव है तथा गाता है क्रिया का प्रभाव मनोज पर पड़ता है। )