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Wednesday 3 September 2014

CBSE Class 10 - हिंदी - अनेक शब्दों के लिए एक शब्द

अनेक शब्दों के लिए एक शब्द

CBSE Class 10 - हिंदी - अनेक शब्दों के लिए एक शब्द

१. जानने की इच्छा
२. हाथ से लिखा हुआ 
३. साफ़-साफ़ कहने वाला 
४. पथ से भ्रष्ट 
५. बहुत तेज चलने वाला 
६. अवसर के अनुसार बदल जाने वाला 
७. जिसका विवाह हो चुका है 
८. जो आँखों के सामने न हो 
९. जानने की इच्छा रखने वाला 
१०. जो किसी बात से न टले
११. जिसका कोई आकार नहीं 
१२. जिसकी पत्नी की मृत्यु हो गई हो 
१३. आत्मा पर विश्वास 
१४. स्वास्थ्य की रक्षा 
१५. वन में रहने वाला मनुष्य
१६. रंग के लिए महल 

Friday 7 March 2014

Class 10 - Hindi - B - आत्मत्राण

आत्मत्राण

प्रश्न - कवि किससे और क्या प्रार्थना कर रहा है?
Class 10 - Hindi - B - आत्मत्राण
credits:openclipart

उत्तर - कवि करुणामय ईश्वर से प्रार्थना कर रहा है कि उसे जीवन की विपदाओं से दूर चाहे ना रखे पर इतनी शक्ति दे कि वह अपने आत्मबल से इन मुश्किलों पर  विजय पा सके। उसका विश्वास अटल रहे।

प्रश्न - विपदाओं से मुझे बचाओं, यह मेरी प्रार्थना नहीं − कवि इस पंक्ति के द्वारा क्या कहना चाहता है?

उत्तर - कवि इस पंक्ति के द्वारा करुणामय ईश्वर से प्रार्थना करता है कि हे ईश्वर मैं यह नहीं कहता कि मुझ पर कोई विपत्ति न आए या मेरे जीवन में कोई दुख न आए बल्कि मैं यह चाहता हूँ कि आप मुझे इतनी शक्ति दें कि मैं उन विपदाओं का सामना कर उन पर विजय पा सकूँ |

प्रश्न - कवि सहायक के न मिलने पर क्या प्रार्थना करता है?

उत्तर - कवि सहायक के न मिलने पर प्रार्थना करता है कि उसका बल पौरुष न हिले, वह सदा बना रहे और कोई भी कष्ट वह धैर्य से सह ले।


प्रश्न - अंत में कवि क्या अनुनय करता है?

Wednesday 5 March 2014

CBSE Class 10 - Hindi- Question Paper-2014


CBSE Class 10 - Hindi- Question Paper-2014
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Sunday 2 March 2014

CBSE Class 10 - Hindi (B) मनुष्यता

मनुष्यता



प्रश्न - कवि ने कैसी मृत्यु को सुमृत्यु कहा है ?

उत्तर - जो मनुष्य परोपकार, सेवा, त्याग और बलिदान का जीवन जीते हैं और किसी महान कार्य की पूर्ति में अपना जीवन समर्पित कर देते हैं, ऐसे व्यक्तियों की मृत्यु सुमृत्यु कहलाती है | मृत्यु से व्यक्ति के शरीर का अंत होता है, उसकी अच्छाई का नहीं | मृत व्यक्ति अपने जीवनकाल में किए गए अच्छे कार्यों द्वारा लोगों की याद में हमेशा अमर हो जाता है |

प्रश्न - उदार व्यक्ति की पहचान कैसे हो सकती है?

उत्तर - उदार व्यक्ति परोपकारी होता है। अपना पूरा जीवन पुण्य व परहित कार्यो में बिता देता है। किसी से भेदभाव नहीं रखता, सबसे मैत्री भाव रखता है। कवि और लेखक भी उसके गुणों की चर्चा अपने लेखों में करते हैं। वह निज स्वार्थों का त्याग कर आपसी भेदभाव व  स्वार्थ को भूलकर प्रत्येक मनुष्य के प्रति परोपकार और अपनत्व का भाव रखता है|

प्रश्न - कवि ने दधीचि कर्ण, आदि महान व्यक्तियों का उदाहरण देकर मनुष्यता के लिए क्या संदेश दिया है?

उत्तर - कवि दधीचि, कर्ण आदि महान व्यक्तियों का उदाहरण देकर त्याग और बलिदान का संदेश देता है| वह यह बताता है कि किस प्रकार इन लोगों ने अपनी परवाह किए बिना निःस्वार्थ भाव से परहित के लिए कार्य किए। दधीचि ने देवताओं की रक्षा के लिए अपनी हड्डियाँ दान दीं, कर्ण ने अपना रक्षा कवच दान दे दिया, रति देव ने अपना भोजनथाल दे डाला, उशीनर ने कबूतर के लिए अपना माँस दिया| इस तरह इन महापुरुषों में विद्यमान परोपकार और विश्व-बंधुत्व की भावना दूसरों को उनका अनुकरण करने का सन्देश देती है।

Saturday 22 February 2014

CBSE Class 10 - Hindi (B) - बिहारी के दोहे

बिहारी के दोहे

CBSE Class 10 - Hindi (B) - बिहारी के दोहे

प्रश्न 1 – छाया  भी कब छाया ढूँढ़ने लगती है?

उत्तर- जेठ के महीने में धूप इतनी तेज होती है कि सिर पर आने लगती है जिससे छाया छोटी होती जाती है। इसलिए कवि का कहना है कि जेठ की दुपहरी की भीषण गर्मी में छाया भी छाया ढूँढ़ने लगती है।


प्रश्न 2 - बिहारी की नायिका यह क्यों कहती है - कहिहै सबु तेरौ हियौ, मेरे हिय की बात- स्पष्ट कीजिए।

उत्तर- बिहारी की नायिका अपने हृदय की व्याकुलता का सन्देश प्रिय को पत्र द्वारा देना चाहती है पर कागज पर लिखते समय अतिशय प्रेम की स्थिति में अपनी कोमल भावनाओं को अभिव्यक्त करने में स्वयं को असमर्थ पाती है । किसी के साथ संदेश भेजने में उसे लज्जा आती है । इसलिए वह सोचती है कि जो विरह अवस्था उसकी है, वही उसके नायक की भी होगी। अतः वह प्रेम से कहती है कि उसके हृदय में छिपी  प्रेम की अनुभूति को वह स्वयं समझ ले | इसके लिए किसी भी प्रेम सन्देश की आवश्यकता नहीं है |


प्रश्न 3 - सच्चे मन में राम बसते हैं−दोहे के संदर्भानुसार स्पष्ट कीजिए।

उत्तर- कवि बिहारी के अनुसार भक्ति का सच्चा स्वरूप हृदय की सच्चाई में निहित है| बिहारी जी ने पाखण्ड व आडम्बर का विरोध किया है | वे कहते हैं कि मस्तक पर तिलक लगाकर और राम नाम के वस्त्र पहनकर या हाथ में माला लेकर राम नाम जपने से न तो किसी कार्य में सफलता मिलती है और न ही ईश्वर की प्राप्ति होती है | कवि के अनुसार यदि मन छल-कपट से भरा है तो राम की प्राप्ति नहीं हो सकती |माया के बन्धनों से मुक्त निर्विकार मन शुद्ध, पवित्र और निर्मल होता है | इसलिए व्यक्ति को विषय-वासनाएँ मिटाकर और बाहरी आडम्बरों को त्यागकर सच्चे मन से ईश्वर की उपासना करनी चाहिए | भगवान राम तो सच्चे मन की भक्ति से ही प्रसन्न होते हैं।

Sunday 1 December 2013

CBSE Class 10 - Hindi (B) - अब कहाँ दूसरों के दुःख में दुःखी होने वाले

अब कहाँ दूसरों के दुःख में दुःखी होने वाले
घर को खोजें रात दिन, घर से निकले गाँव
वो रस्ता ही खो गया, जिस रस्ते था गाँव
                                     -निदा फ़ाज़ली

प्रश्न १: प्रकृति में आए असंतुलन का क्या परिणाम हुआ?

उत्तर : प्रकृति में आए असंतुलन का यह परिणाम हुआ कि कोई भी प्रदूषण के प्रभाव से अछूता नहीं रहा | पक्षियों ने बस्तियों से भागना शुरू कर दिया | गर्मियों में ज़्यादा गर्मी, बेवक्त की बरसातें, भूकंप, सैलाब, तूफ़ान, ज़लज़ले और नित नए रोगों के रूप में हम इस असंतुलन के प्रभाव को स्पष्ट देख सकते हैं | प्रकृति की सहनशक्ति की एक सीमा होती है और जब उसके साथ अत्यधिक छेड़छाड़ की जाती है, तो प्रकृति में असंतुलन पड़ जाता है | इससे पर्यावरण पर बुरा प्रभाव पड़ता है |

प्रश्न २: लेखक की माँ ने पूरे दिन रोज़ा क्यों रखा ?
 
उत्तर : लेखक की माँ ने पूरे दिन का रोज़ा रखा ताकि वह अपनी भूल का प्रायश्चित कर सके | लेखक के ग्वालियर के घर में एक कबूतर के जोड़े ने अपना घोंसला बना लिया था, जिसमें रखे दो अण्डों में से एक बिल्ली ने तोड़ दिया था | लेखक की माँ को यह देखकर बहुत दुःख हुआ | उन्होंने स्टूल पर चढ़कर दूसरे अंडे को बचाने की कोशिश की परन्तु वह अंडा उनके हाथ से गिरकर टूट गया | कबूतरों की परेशानी और दुःख देखकर माँ की आँखों में आँसू आ गए | उस दुःख में उन्होंने कुछ भी खाया-पीया नहीं और बस रोती रहीं | खुदा से माफी माँगने के लिए उन्होंने पूरे दिन का रोज़ा रखा और नमाज़ पढ़कर इस गलती को माफ़ करने की दुआएँ मांगती रही |

प्रश्न 3: 'डेरा डालने' से आप क्या समझते हैं ?

Thursday 26 September 2013

CBSE Class 10 - Hindi (B) - बड़े भाई साहब

बड़े भाई साहब

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प्रश्न १: कथा नायक की रुचि किन कार्यों में थी?

उत्तर: कथा-नायक में बुद्धि की कमी न थी, परन्तु उसका मन पढ़ने की अपेक्षा खेल में ही लगा रहता था | उसे खेलना-कूदना कंकरियाँ उछालना, गप्पें मारना, कागज़ की तितलियाँ उड़ाना, चारदीवारी पर चढ़कर कूदना और फाटक पर सवार होकर उसे मोटरकार की तरह चलाना बहुत भाता था |

प्रश्न २: बड़े भाई साहब छोटे भाई से पहला सवाल क्या पूछते थे?

उत्तर : वे हमेशा उससे पूछते थे कि 'कहाँ थे' |

प्रश्न ३: दूसरी बार पास होने पर छोटे भाई के व्यवहार में क्या परिवर्तन आया?

उत्तर : छोटे भाई के दूसरी बार पास होने और बड़े भाई के फिर से फेल होने पर छोटे भाई की स्वच्छंदता बढ़ गई और उसने अपना अधिक समय मौज-मस्ती करने में व्यतीत किया | उसने बड़े भाई की सहिष्णुता का अनुचित लाभ उठाना आरंभ कर दिया |

प्रश्न ४: बड़े भाई साहब लेखक से उम्र में कितने बड़े थे और वे कौन सी कक्षा में पढ़ते थे ?

उत्तर: बड़े भाई साहब लेखक से उम्र में पाँच वर्ष बड़े थे और वे नवीं कक्षा में पढ़ते थे |

प्रश्न ५: बड़े भाई साहब दिमाग को आराम देने के लिए क्या करते थे?

Saturday 29 June 2013

CBSE - Class 10 - हिन्दी (ब) - पद

पद

१. शब्द जब वाक्य में प्रयोग किया जाता है, तो उसे कहते हैं-

(क) वर्ण
(ख) पद-परिचय
(ग) वाक्य
(घ) पद

२. जो शब्द समान अर्थ प्रकट करे, उसे कहते हैं-
(क) रूढ़ शब्द
(ख) यौगिक शब्द
(ग) एकार्थी शब्द
(घ) पर्यायवाची

३. प्यास का मारा कौआ घड़े पर बैठ गया | रेखांकित पदबंध का भेद है-
(क) संज्ञा
(ख) सर्वनाम
(ग) क्रिया
(घ) विशेषण

Tuesday 21 May 2013

CBSE Class 9 - Hindi - अनेक शब्दों के लिए एक शब्द

अनेक शब्दों के लिए एक शब्द

(Asked in CBSE 2012 SA1 Papers)


१. गणित का ज्ञाता
२. हाथ से लिखा हुआ
३. शरण में आया हुआ
४. जिसका कोई शत्रु न हो
५. जो बिना वेतन के काम करे
६. जो कभी संभव न हो सके
७. जिसका अंत न हो
८. जो उपकार को माने
९. जिसे गुप्त रखा जाये
१०. जो कभी बूढ़ा न हो
११. जिसे किसी भी स्थिति में टाला न जा सके
१२. सत्य बोलने वाला
१३. जिसका कोई स्वामी/नाथ न हो
१४. जिसका जन्म न हो सके
१५. जो सब कुछ जानता हो

Sunday 5 May 2013

CBSE Class 9/10 - Hindi Grammar (वाक्य भेद-2)

वाक्य भेद

रचना के आधार पर वाक्य के प्रकार बनाएं  |


१) जिन छात्रों ने परिश्रम किया | वे उत्तीर्ण हो गए | मिश्र वाक्य बनाओ
क) जिन छात्रों ने परिश्रम किया वे उत्तीर्ण हो गए |
ख) परिश्रम करने वाले छात्र उत्तीर्ण हो गए |
ग) उत्तीर्ण होने वाले छात्र परिश्रमी थे|
घ) परिश्रमी छात्र उत्तीर्ण हो गए |

 
२) कौन सा मिश्र वाक्य है :
क) कमाने वाला ही खाता है |
ख) जो कमाएगा वह खाएगा |
ग) कमाकर ही खाया जाता है |
घ) कमाते हैं और खाते हैं |

३) उसके पास सब कुछ था और सब खो गया | मिश्र वाक्य बनाओ|
क) उसके पास जो कुछ था गया |
ख) उसके पास जो कुछ था, वह खो गया |
ग) उसके पास जो कुछ था और वह खो गया |
घ) चूँकि उसके पास जो कुछ था वह खो चूका है |

Sunday 28 April 2013

CBSE Class 9/10 - Hindi Grammar (वाक्य भेद)

वाक्य भेद

रचना के आधार पर वाक्य भेद बताओ |

१) जब असफल हो गए तो शोक करना व्यर्थ है |


क) संयुक्त
ख) सरल
ग) मिश्र
घ) आज्ञावाचक


२) सूर्य उगा और अंधेरा नष्ट हुआ |

क) संयुक्त
ख) संकेत वाचक
ग) विधान वाचक
घ) मिश्र


३) संकट आ जाए तो घबराना उचित नहीं |

क) संयुक्त
ख) सरल
ग) मिश्र
घ) आज्ञार्थक

Friday 26 April 2013

CBSE Class 9/10 - समास (Hindi)

समास 
[From CBSE examination papers]

१) गुरुदक्षिणा समस्त पद का विग्रह है

क) गुरु की दक्षिणा
ख) गुरु के लिए दक्षिणा
ग) गुरु को दी गई दक्षिणा
घ) गुरु और दक्षिणा


२) पर के आधीन का समस्त पद है :
क) परअधीन 
ख) पराधीन
ग) पाराधीन
घ) परोधीन


३) किस समस्त पद में कर्मधारय समास है :
क) वनवास
ख) आजन्म
ग) आपबीती
घ) कालीमिर्च

Thursday 18 April 2013

CBSE Class 6/7/8/9 - Hindi - अनौपचारिक पत्र

अनौपचारिक पत्र

१) मित्र को जन्मदिन के उपलक्ष्य में बधाई पत्र लिखो |

११२,शारदा निकेतन
दिल्ली |
दिनांक ----------

प्रिय मित्र -------,

सप्रेम नमस्कार |
कल ही मुझे तुम्हारे जन्मदिन का निमंत्रण पत्र मिला | मुझे यह जानकार अत्यंत प्रसन्नता हुई कि गत वर्ष की भाँति इस वर्ष भी तुम अपना जन्म-दिवस बड़ी धूमधाम से मना रही हो | इस शुभ अवसर पर सुबह अनाथालय जाकर बच्चों को खाना और कपड़े बाँटने का विचार अति उत्तम है | शाम को घर पर रखी पार्टी और उसमें आयोजित जादूगर का खेल अवश्य ही सबको पसंद आएगा | मेरी ओर से तुम्हें जन्मदिन की बहुत- बहुत बधाई | मैं तुम्हारे कार्यक्रम में अवश्य सम्मिलित होऊँगा/ होऊँगी |

पूज्य चाचा जी और चाची जी को मेरा प्रणाम कहना और सोनू को प्यार |

तुम्हारा मित्र/तुम्हारी सखी ,

क. ख. ग.


२) मित्र को परीक्षा में सफलता पर बधाई देते हुए पत्र लिखो |

Monday 8 April 2013

CBSE Class 9/10 - Hindi - अपठित काव्यांश -३

अपठित काव्यांश -३ 

[CBSE class 10 Sample Paper]
निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रशनों के उत्तर लिखिए |

अरे चाटते जूठे पत्ते जिस दिन मैंने देखा नर को
उस दिन सोचा : क्यों न लगा दूँ आज आग इस दुनिया - भर को ?
यह भी सोचा : क्यों न टेंटुआ घोंटा जाये स्वयं जगपति का ?
credits:clker.com
जिसने अपने ही स्वरूप को दिया इस घृणित विकृति का |

जगपति कहाँ ? अरे, सदियों से वह तो हुआ राख की ढेरी
वरना समता संस्थापन में लग जाती क्या इतनी देरी ?
छोड़ आसरा अलख शक्ति का; रे नर, स्वयं जगपति तू है,
तू यदि जूठे पत्ते चाटे, तो मुझ पर लानत है, थू है |

ओ भिखमंगे, अरे पराजित, ओ मजलूम, अरे चिर दोहित,
तू अखंड भण्डार शक्ति का; जाग, अरे निद्रा-सम्मोहित,
प्राणों को तडपाने वाली हुंकारों से जल-थल भर दे,
अनाचार के अम्बारों में अपना ज्वलित पलीता धर दे |


Friday 8 March 2013

CBSE Class 9 - Hindi - अपठित काव्यांश -2

अपठित काव्यांश

(CBSE २०१२-२०१३) दिए गए काव्यांश  को पढकर पूछे गए प्रश्नों के सही विकल्प को चुनिए -

ओ वसुधा के रहने वालों ! रहो सर्वदा प्यार से ||
नाम अलग है देश-देश के, पर वसुंधरा एक है |
फल - फूलों के रूप अलग पर भूमि उर्वरा एक है |
धरा बाँट कर हृदय न बाँटो, दू रहो संहार से ||
कभी न सोचो तुम अनाथ, एकाकी या निष्प्राण रे |
बूँद-बूँद करती है मिलकर, सागर का निर्माण रे |
लहर - लहर देती सन्देश यह, दूर क्षितिज के पर से ||
धर्म वही है जो करता है मानव का उद्धार रे |
धर्म नहीं वह जो की डाल दे, दिल में एक दरार रे |
करो न दूषित आँगन मन का, नफरत की दीवार से ||

प्र१: धरती पुकार कर क्या कह रही है ?

(क) सबके बारे में जानो |
(ख) मेरी बात सुन लिया करो
(ग) सबकी खबर जान लिया करो
(घ) सदा रहो प्यार से

प्र२: धरती को बाँटने के बाद अब मनुष्य किसे बाँटने का प्रयास कर रहा है ?

Tuesday 5 March 2013

CBSE कक्षा-१० हिंदी-ब पद्य-खंड - मधुर-मधुर मेरे दीपक जल!

मधुर-मधुर मेरे दीपक जल!

निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रशनों के लिए सही विकल्प चुनिए-

credits: original pic from movie Devdas
मधुर-मधुर मेरे दीपक जल!
युग-युग प्रतिदिन प्रतिक्षण प्रतिपल
प्रियतम का पथ आलोकित कर!

सौरभ फैला विपुल धूप बन
मृदुल मोम-सा घुल रे मृदु-तन!
दे प्रकाश का सिन्धु अपरिमित
तेरे जीवन का अणु गल-गल
पुलक-पुलक मेरे दीपक जल!

प्र१: कवयित्री किससे जलते रहने का आग्रह कर रही हैं?

क) सूर्य से
(ख) चंद्रमा से
(ग) मार्गदर्शक दीपक से
(घ) आस्था रुपी दीपक से


प्र२: 'मृदुल मोम-सा' पंक्ति का क्या अर्थ है?

(क) मीठे मोम की तरह
(ख) कोमल मोम की तरह
(ग) पिघले मोम के समान
(घ) जले मोम की तरह


Thursday 28 February 2013

CBSE Class 10 - SA2 Hindi - B (हिंदी पाठ्यक्रम - ब) Sample Question Paper 2012-13


Class 10 -हिंदी पाठ्यक्रम - ब - प्रशन पत्र Sample Paper (SA2)-2012-13


From this session (2012-2013), CBSE published sample questions including syllabus, marking scheme and Value based questions. The same is displayed below.


You may download SA2 - 2012 papers from these links: QPaper-1, QPaper-2 and QPaper-3




Monday 4 February 2013

CBSE - Class 9 - हिंदी (ब) - काव्यांश (Hindi-B - Poem Comprehension)

 काव्यांश
[CBSE 2011]
प्र1: निम्नलिखित काव्यांश के संधर्भ में पूछे गए प्रशनों के सही उत्तर वाले विकल्प चुन कर लिखिए ।


मैं  मजदूर मुझे देवों की बस्ती से क्या
अगणित बार धरा पर मैंने स्वर्ग बनाये ।
अम्बर में जितने तारे, उतने वर्षों से
मेरे पुरखों ने धरती का रूप सँवारा ।

CBSE - Class 9 - हिंदी (ब) - काव्यांश (Hindi-B - Poem Comprehension)धरती को सुंदरतम करने की ममता में
बिता चुका  है कई पीढ़ियाँ, वंश हमारा। 
और आगे आने वाली सदियों में
मेरे वंशज धरती का उद्धार करेंगे ।

इस प्यासी धरती के हित में ही लाया था
हिमगिरी चीर सुखद गंगा की निर्मल धारा ।
मैंने रेगिस्तानों की रेती धो - धोकर
वन्ध्या धरती पर भी स्वर्णिम पुष्प खिलाए ।
मैं  मजदूर मुझे देवों की बस्ती से क्या?


1. काव्यांश के लिए उपयुक्त शीर्षक होगा -

(क) मज़दूर और देव
(ख) मजदूर के कर्त्तव्य
(ग) मजदूर की आत्मकथा
(घ) धरती और मजदूर




2. मज़दूर क्या यह आशा नहीं करता -

Sunday 27 January 2013

CBSE Class 10 - हिंदी (ब) - कर चले हम फ़िदा (पाठ्य पुस्तक)

कर चले हम फ़िदा
credits:Indian Army
Q1(CBSE 2011): निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर दिए गए प्रशनों के लिए सही विकल्प चुनिए -

खींच दो अपने खूँ से ज़मीं पर लकीर
इस तरफ़ आने पाये न रावण कोई
तोड़ दो हाथ अगर हाथ उठने लगे
छूने पाये न सीता का दामन कोई
राम भी तुम तुम्हीं लक्ष्मण साथियों,
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों

(i) 'साथियों' संबोधन किसके लिए आया है ?

   (क) शत्रुओं के लिए
   (ख) देशवासियों के लिए
   (ग) नेताओं के लिए
   (घ) बच्चों के लिए