कर चले हम फ़िदा
credits:Indian Army |
खींच दो अपने खूँ से ज़मीं पर लकीर
इस तरफ़ आने पाये न रावण कोई
तोड़ दो हाथ अगर हाथ उठने लगे
छूने पाये न सीता का दामन कोई
राम भी तुम तुम्हीं लक्ष्मण साथियों,
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों
इस तरफ़ आने पाये न रावण कोई
तोड़ दो हाथ अगर हाथ उठने लगे
छूने पाये न सीता का दामन कोई
राम भी तुम तुम्हीं लक्ष्मण साथियों,
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों
(i) 'साथियों' संबोधन किसके लिए आया है ?
(क) शत्रुओं के लिए
(ख) देशवासियों के लिए
(ग) नेताओं के लिए
(घ) बच्चों के लिए
(ii) कविता की ऐतहासिक पृष्ठभूमि क्या है ?
(क) राम-रावण युद्ध
(ख) भारत-पाक युद्ध
(ग) भारत-चीन युद्ध
(घ) कारगिल युद्ध
(iii) 'सीता का दामन' अर्थात -
(क) आँचल का सम्मान
(ख) भारत का सम्मान
(ग) नारी जाति का सम्मान
(घ) सीता का सम्मान
(iv) काव्यांश की पहली दो पंक्तियों में किस पौराणिक सन्दर्भ का संकेत है ?
(क) युद्ध - विराम रेखा
(ख) लक्षमण रेखा
(ग) मैकमोहन रेखा
(घ) विभाजन रेखा
(v) किसके हाथ तोड़ने की बात कही जा रही है ?
(क) भ्रष्टाचारियों के
(ख) भारत पर आक्रमण करने वालों पर
(ग) शत्रुसेना पर
(घ) रावण के
.
when will hindi (A) come?
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