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Friday 3 November 2017

CBSE Class 10 Hindi(B) - टोपी शुक्ला - प्रश्नोत्तर (#cbseNotes)(#eduvictors)(#class10HindiB)

टोपी शुक्ला - प्रश्नोत्तर

CBSE Class 10 Hindi(B) - टोपी शुक्ला - प्रश्नोत्तर (#cbseNotes)
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प्रश्न 1: इफ़्फ़न टोपी शुक्ला की कहानी का महत्वपूर्ण हिस्सा किस तरह से है?

उत्तर: टोपी शुक्ला कहानी का ताना-बाना दो दोस्तों की दोस्ती एवं उनकी पारिवारिक स्थितियों को ध्यान में रखकर बुना गया है। इफ़्फ़न टोपी का अभिन्न मित्रा है। उसके बिना यह कहानी अध्ूरी है। कहानी में स्थान-स्थान पर उसका तथा उसके परिवार का ज़िक्र आता है। उसके बिना इसकी रचना नहीं हो सकती थी। भिन्न-भिन्न धर्मों के होने के बावजूद दोनों में घनिष्ठ मित्राता थी।


Wednesday 16 August 2017

CBSE Class 10 - Hindi (B) - मीरा के पद (भावार्थ और प्रश्नोत्तरी) (#cbseNotes)

मीरा के पद 

CBSE Class 10 - Hindi (B) - मीरा के पद (भावार्थ और प्रश्नोत्तरी) (#cbseNotes)

भावार्थ

हरि आप हरो जन री भीर।
द्रोपदी री लाज राखी, आप बढायो चीर।
भगत कारण रूप नरहरि , धरयो आप सरीर।
बूढतो गजराज राख्यो , काटी कुण्जर पीर।
दासी मीराँ लाल गिरधर , हरो म्हारी भीर।

भावार्थ – इस पद में मीराबाई अपने प्रिय भगवान श्रीकृष्ण से विनती करते हुए कहतीं हैं कि हे प्रभु अब आप ही अपने भक्तों की पीड़ा हरें। जिस तरह आपने अपमानित द्रोपदी की लाज उसे चीर प्रदान करके बचाई थी जब दु:शासन ने उसे निर्वस्त्र करने का प्रयास किया था। अपने प्रिय भक्त प्रह्लाद को बचाने के लिए नरसिंह रूप धारण किया था। आपने ही डुबते हुए हाथी की रक्षा की थी और उसे मगरमच्छ के मुँह से बचाया था। इस प्रकार आपने उस हाथी की पीड़ा दूर की थी। इन उदाहरणों को देकर दासी मीरा कहतीं हैं की हे गिरिधर लाल! आप मेरी पीडा भी दूर कर मुझे छुटकारा दीजिये।


Friday 15 April 2016

CBSE - कक्षा ९/१० - हिंदी (Hindi) अपठित काव्यांश

कक्षा ९/१० अपठित काव्यांश 


प्र(cbse 2016): निम्मलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रशनों के उत्तर लिखिए:

CBSE - कक्षा ९/१० - हिंदी (Hindi) काव्यांश
भूली हुयी यादों, मुझे इतना ना सताओ अब चैन से रहने दो, मेरे पास ना आओ


यादें होती है गहरी नदी में उठी भंवर की तरह
नसों में उतरती कडवी दवा की तरह
या खुद के भीतर छिपे बैठे साँप की तरह
जो औचक्के में देख लिया करता है

यादें होती है जानलेवा खुशबू की तरह
प्राणों के स्थान पर बैठे जानी दुश्मन की तरह
शरीरमें धँसे उस काँच की तरह
जो कभी नहीं दिखता
पर जब तब अपनी सत्ता का
भरपूर एहसास दिलाता रहता है

यादों पर कुछ भी कहना
खुद को कठघरे में खड़ा करना है
पर कहना जरुरत नहीं, मेरी मजबूरी है

() यादों को गहरी नदी में उठी भँवर की तरह क्यों कहा गया है?

() यादों को जानी दुश्मन की तरह मानने का क्या आशय है?

() शरीर में धँसे काँच से यादों का साम्य कैसे बिठाया जा सकता है?

Saturday 12 December 2015

CBSE Class 9/10 - Hindi (B) - संधि-विच्छेद

संधि-विच्छेद

CBSE Class 9/10 - Hindi (B) - संधि-विच्छेद

दिए गए विकल्पों में से उचित संधि-विच्छेद छांटकर लिखो-

१. प्रत्येक
. प्रत्य + एक
. प्रति + अक
. प्रत + एक
. प्रति + एक



२. यथेष्ट
. यथा + इष्ट
. यथे + इष्ट
. यथे + ष्ट
. यथ + इष्ट



३. स्वागत 
. स्व + आगत
. स्वा + गत
. सु + आगत
. सु + वागत



४. सर्वोत्तम 
. सर्वो + उत्तम
. सर्व + उत्तम
. सर्वो + त्तम
. सर्वोत्त + म


५. गुरूपदेश 
. गुरु + उपदेश
. गुरू + उपदेश
. गुरू + पदेश
. गुरूप + देश

Monday 8 September 2014

CBSE Class 10 - हिंदी (पर्यायवाची शब्द)

पर्यायवाची शब्द

CBSE Class 10 - हिंदी (पर्यायवाची शब्द)

१. चंद्र-यान में बैठकर वे ____ की सतह पर उतरे |

२. ' गर्मियों के दिन, _____ का तमतमाता रूप ' |

३. आग ताप रहे हो ? आसमान से _____बाण बरस रहे हैं |

४. मधु पीने के कारण भौंरा ____ भी कहलाता है |

५. शकुंतला ने कान में फूल का _____ फूल पहना था |

६. एक _____ ख़राब हो तो नेत्रहीन नहीं कहेंगे |

७. बुद्ध ने कहा - मैं कब तक राह दिखाऊंगा, अपना _____ खुद ढूँढो |

८. ____ सा तन कहें या चाँदनी- सा बदन !

९. ब्रज के वंशी धर को ______ भी कहते हैं |

१०. हिमालय के शिखर देखो, ऐसी ही एक ______ पर बचेंद्री पाल ने कदम रखे थे |

Wednesday 3 September 2014

CBSE Class 10 - हिंदी - अनेक शब्दों के लिए एक शब्द

अनेक शब्दों के लिए एक शब्द

CBSE Class 10 - हिंदी - अनेक शब्दों के लिए एक शब्द

१. जानने की इच्छा
२. हाथ से लिखा हुआ 
३. साफ़-साफ़ कहने वाला 
४. पथ से भ्रष्ट 
५. बहुत तेज चलने वाला 
६. अवसर के अनुसार बदल जाने वाला 
७. जिसका विवाह हो चुका है 
८. जो आँखों के सामने न हो 
९. जानने की इच्छा रखने वाला 
१०. जो किसी बात से न टले
११. जिसका कोई आकार नहीं 
१२. जिसकी पत्नी की मृत्यु हो गई हो 
१३. आत्मा पर विश्वास 
१४. स्वास्थ्य की रक्षा 
१५. वन में रहने वाला मनुष्य
१६. रंग के लिए महल 

Friday 7 March 2014

Class 10 - Hindi - B - आत्मत्राण

आत्मत्राण

प्रश्न - कवि किससे और क्या प्रार्थना कर रहा है?
Class 10 - Hindi - B - आत्मत्राण
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उत्तर - कवि करुणामय ईश्वर से प्रार्थना कर रहा है कि उसे जीवन की विपदाओं से दूर चाहे ना रखे पर इतनी शक्ति दे कि वह अपने आत्मबल से इन मुश्किलों पर  विजय पा सके। उसका विश्वास अटल रहे।

प्रश्न - विपदाओं से मुझे बचाओं, यह मेरी प्रार्थना नहीं − कवि इस पंक्ति के द्वारा क्या कहना चाहता है?

उत्तर - कवि इस पंक्ति के द्वारा करुणामय ईश्वर से प्रार्थना करता है कि हे ईश्वर मैं यह नहीं कहता कि मुझ पर कोई विपत्ति न आए या मेरे जीवन में कोई दुख न आए बल्कि मैं यह चाहता हूँ कि आप मुझे इतनी शक्ति दें कि मैं उन विपदाओं का सामना कर उन पर विजय पा सकूँ |

प्रश्न - कवि सहायक के न मिलने पर क्या प्रार्थना करता है?

उत्तर - कवि सहायक के न मिलने पर प्रार्थना करता है कि उसका बल पौरुष न हिले, वह सदा बना रहे और कोई भी कष्ट वह धैर्य से सह ले।


प्रश्न - अंत में कवि क्या अनुनय करता है?

Wednesday 5 March 2014

CBSE Class 10 - Hindi- Question Paper-2014


CBSE Class 10 - Hindi- Question Paper-2014
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Sunday 2 March 2014

CBSE Class 10 - Hindi (B) मनुष्यता

मनुष्यता



प्रश्न - कवि ने कैसी मृत्यु को सुमृत्यु कहा है ?

उत्तर - जो मनुष्य परोपकार, सेवा, त्याग और बलिदान का जीवन जीते हैं और किसी महान कार्य की पूर्ति में अपना जीवन समर्पित कर देते हैं, ऐसे व्यक्तियों की मृत्यु सुमृत्यु कहलाती है | मृत्यु से व्यक्ति के शरीर का अंत होता है, उसकी अच्छाई का नहीं | मृत व्यक्ति अपने जीवनकाल में किए गए अच्छे कार्यों द्वारा लोगों की याद में हमेशा अमर हो जाता है |

प्रश्न - उदार व्यक्ति की पहचान कैसे हो सकती है?

उत्तर - उदार व्यक्ति परोपकारी होता है। अपना पूरा जीवन पुण्य व परहित कार्यो में बिता देता है। किसी से भेदभाव नहीं रखता, सबसे मैत्री भाव रखता है। कवि और लेखक भी उसके गुणों की चर्चा अपने लेखों में करते हैं। वह निज स्वार्थों का त्याग कर आपसी भेदभाव व  स्वार्थ को भूलकर प्रत्येक मनुष्य के प्रति परोपकार और अपनत्व का भाव रखता है|

प्रश्न - कवि ने दधीचि कर्ण, आदि महान व्यक्तियों का उदाहरण देकर मनुष्यता के लिए क्या संदेश दिया है?

उत्तर - कवि दधीचि, कर्ण आदि महान व्यक्तियों का उदाहरण देकर त्याग और बलिदान का संदेश देता है| वह यह बताता है कि किस प्रकार इन लोगों ने अपनी परवाह किए बिना निःस्वार्थ भाव से परहित के लिए कार्य किए। दधीचि ने देवताओं की रक्षा के लिए अपनी हड्डियाँ दान दीं, कर्ण ने अपना रक्षा कवच दान दे दिया, रति देव ने अपना भोजनथाल दे डाला, उशीनर ने कबूतर के लिए अपना माँस दिया| इस तरह इन महापुरुषों में विद्यमान परोपकार और विश्व-बंधुत्व की भावना दूसरों को उनका अनुकरण करने का सन्देश देती है।

Saturday 22 February 2014

CBSE Class 10 - Hindi (B) - बिहारी के दोहे

बिहारी के दोहे

CBSE Class 10 - Hindi (B) - बिहारी के दोहे

प्रश्न 1 – छाया  भी कब छाया ढूँढ़ने लगती है?

उत्तर- जेठ के महीने में धूप इतनी तेज होती है कि सिर पर आने लगती है जिससे छाया छोटी होती जाती है। इसलिए कवि का कहना है कि जेठ की दुपहरी की भीषण गर्मी में छाया भी छाया ढूँढ़ने लगती है।


प्रश्न 2 - बिहारी की नायिका यह क्यों कहती है - कहिहै सबु तेरौ हियौ, मेरे हिय की बात- स्पष्ट कीजिए।

उत्तर- बिहारी की नायिका अपने हृदय की व्याकुलता का सन्देश प्रिय को पत्र द्वारा देना चाहती है पर कागज पर लिखते समय अतिशय प्रेम की स्थिति में अपनी कोमल भावनाओं को अभिव्यक्त करने में स्वयं को असमर्थ पाती है । किसी के साथ संदेश भेजने में उसे लज्जा आती है । इसलिए वह सोचती है कि जो विरह अवस्था उसकी है, वही उसके नायक की भी होगी। अतः वह प्रेम से कहती है कि उसके हृदय में छिपी  प्रेम की अनुभूति को वह स्वयं समझ ले | इसके लिए किसी भी प्रेम सन्देश की आवश्यकता नहीं है |


प्रश्न 3 - सच्चे मन में राम बसते हैं−दोहे के संदर्भानुसार स्पष्ट कीजिए।

उत्तर- कवि बिहारी के अनुसार भक्ति का सच्चा स्वरूप हृदय की सच्चाई में निहित है| बिहारी जी ने पाखण्ड व आडम्बर का विरोध किया है | वे कहते हैं कि मस्तक पर तिलक लगाकर और राम नाम के वस्त्र पहनकर या हाथ में माला लेकर राम नाम जपने से न तो किसी कार्य में सफलता मिलती है और न ही ईश्वर की प्राप्ति होती है | कवि के अनुसार यदि मन छल-कपट से भरा है तो राम की प्राप्ति नहीं हो सकती |माया के बन्धनों से मुक्त निर्विकार मन शुद्ध, पवित्र और निर्मल होता है | इसलिए व्यक्ति को विषय-वासनाएँ मिटाकर और बाहरी आडम्बरों को त्यागकर सच्चे मन से ईश्वर की उपासना करनी चाहिए | भगवान राम तो सच्चे मन की भक्ति से ही प्रसन्न होते हैं।

Sunday 1 December 2013

CBSE Class 10 - Hindi (B) - अब कहाँ दूसरों के दुःख में दुःखी होने वाले

अब कहाँ दूसरों के दुःख में दुःखी होने वाले
घर को खोजें रात दिन, घर से निकले गाँव
वो रस्ता ही खो गया, जिस रस्ते था गाँव
                                     -निदा फ़ाज़ली

प्रश्न १: प्रकृति में आए असंतुलन का क्या परिणाम हुआ?

उत्तर : प्रकृति में आए असंतुलन का यह परिणाम हुआ कि कोई भी प्रदूषण के प्रभाव से अछूता नहीं रहा | पक्षियों ने बस्तियों से भागना शुरू कर दिया | गर्मियों में ज़्यादा गर्मी, बेवक्त की बरसातें, भूकंप, सैलाब, तूफ़ान, ज़लज़ले और नित नए रोगों के रूप में हम इस असंतुलन के प्रभाव को स्पष्ट देख सकते हैं | प्रकृति की सहनशक्ति की एक सीमा होती है और जब उसके साथ अत्यधिक छेड़छाड़ की जाती है, तो प्रकृति में असंतुलन पड़ जाता है | इससे पर्यावरण पर बुरा प्रभाव पड़ता है |

प्रश्न २: लेखक की माँ ने पूरे दिन रोज़ा क्यों रखा ?
 
उत्तर : लेखक की माँ ने पूरे दिन का रोज़ा रखा ताकि वह अपनी भूल का प्रायश्चित कर सके | लेखक के ग्वालियर के घर में एक कबूतर के जोड़े ने अपना घोंसला बना लिया था, जिसमें रखे दो अण्डों में से एक बिल्ली ने तोड़ दिया था | लेखक की माँ को यह देखकर बहुत दुःख हुआ | उन्होंने स्टूल पर चढ़कर दूसरे अंडे को बचाने की कोशिश की परन्तु वह अंडा उनके हाथ से गिरकर टूट गया | कबूतरों की परेशानी और दुःख देखकर माँ की आँखों में आँसू आ गए | उस दुःख में उन्होंने कुछ भी खाया-पीया नहीं और बस रोती रहीं | खुदा से माफी माँगने के लिए उन्होंने पूरे दिन का रोज़ा रखा और नमाज़ पढ़कर इस गलती को माफ़ करने की दुआएँ मांगती रही |

प्रश्न 3: 'डेरा डालने' से आप क्या समझते हैं ?

Thursday 26 September 2013

CBSE Class 10 - Hindi (B) - बड़े भाई साहब

बड़े भाई साहब

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प्रश्न १: कथा नायक की रुचि किन कार्यों में थी?

उत्तर: कथा-नायक में बुद्धि की कमी न थी, परन्तु उसका मन पढ़ने की अपेक्षा खेल में ही लगा रहता था | उसे खेलना-कूदना कंकरियाँ उछालना, गप्पें मारना, कागज़ की तितलियाँ उड़ाना, चारदीवारी पर चढ़कर कूदना और फाटक पर सवार होकर उसे मोटरकार की तरह चलाना बहुत भाता था |

प्रश्न २: बड़े भाई साहब छोटे भाई से पहला सवाल क्या पूछते थे?

उत्तर : वे हमेशा उससे पूछते थे कि 'कहाँ थे' |

प्रश्न ३: दूसरी बार पास होने पर छोटे भाई के व्यवहार में क्या परिवर्तन आया?

उत्तर : छोटे भाई के दूसरी बार पास होने और बड़े भाई के फिर से फेल होने पर छोटे भाई की स्वच्छंदता बढ़ गई और उसने अपना अधिक समय मौज-मस्ती करने में व्यतीत किया | उसने बड़े भाई की सहिष्णुता का अनुचित लाभ उठाना आरंभ कर दिया |

प्रश्न ४: बड़े भाई साहब लेखक से उम्र में कितने बड़े थे और वे कौन सी कक्षा में पढ़ते थे ?

उत्तर: बड़े भाई साहब लेखक से उम्र में पाँच वर्ष बड़े थे और वे नवीं कक्षा में पढ़ते थे |

प्रश्न ५: बड़े भाई साहब दिमाग को आराम देने के लिए क्या करते थे?