कक्षा १० हिंदी - ब | पदबंध | व्याकरण
पदबंध की परिभाषा
जब दो या दो से अधिक पद नियत क्रम तथा निश्चित अर्थ में किसी पद का कार्य करते हैं, तब वे पदबंध कहलाते हैं।पदबंध वाक्य में प्रयुक्त वह शब्द-समूह होता है जो एक इकाई के रूप में कार्य करता है और वाक्य के किसी एक पद (जैसे संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया आदि) का कार्य करता है। पदबंध में दो या दो से अधिक शब्द हो सकते हैं, लेकिन वे मिलकर एक ही अर्थ प्रकट करते हैं। पदबंध वाक्य के अर्थ को स्पष्ट और पूर्ण बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
संज्ञा पदबंध: "बड़े पेड़ के नीचे बैठा हुआ लड़का"
यहाँ "बड़े पेड़ के नीचे बैठा हुआ लड़का" एक संज्ञा पदबंध है, क्योंकि यह लड़के के बारे में बता रहा है और वाक्य में संज्ञा का कार्य कर रहा है।
विशेषण पदबंध: "रंग-बिरंगे फूलों से सजा बगीचा"
यहाँ "रंग-बिरंगे फूलों से सजा" एक विशेषण पदबंध है, क्योंकि यह बगीचे की विशेषता बता रहा है।
संज्ञा पदबंध: "बड़े पेड़ के नीचे बैठा हुआ लड़का"
यहाँ "बड़े पेड़ के नीचे बैठा हुआ लड़का" एक संज्ञा पदबंध है, क्योंकि यह लड़के के बारे में बता रहा है और वाक्य में संज्ञा का कार्य कर रहा है।
क्रिया विशेषण पदबंध: "पुस्तक पढ़ते-पढ़ते"
वह पुस्तक पढ़ते-पढ़ते सो गई थी।
व्याख्या: यह पदबंध "सो गई थी" क्रिया की विशेषता बता रहा है, यानी कैसे सो गई थी। यह क्रिया विशेषण का कार्य कर रहा है।
संज्ञा पदबंध: "विदेश से आए कुछ लोग"
विदेश से आए कुछ लोग कोरोना से ग्रसित थे।
व्याख्या: यह पदबंध "लोग" संज्ञा के बारे में अधिक जानकारी दे रहा है, जैसे कि वे कहाँ से आए थे। यह संज्ञा का कार्य कर रहा है।
इस प्रकार, पदबंध वाक्य के विभिन्न घटकों को जोड़कर वाक्य को अधिक सार्थक और प्रभावशाली बनाते हैं।
मुख्य बिंदु:
१ ) पदबंध किसी वाक्य का अंश होता है, इसे पूरा वाक्य नहीं समझना चाहिए।
२) पदबंध में एक से अधिक पदों का समावेश होता है, इसलिए वे पदबंध कहलाते हैं।
३) ये पद इस तरह से जुड़े होते हैं कि एक व्याकरणिक इकाई का रूप ले लेते हैं।
4) प्रत्येक पदबंध में एक मुख्य पद होता है, अन्य पर उसपर आश्रित होते हैं।
संज्ञा पदबंध
-जब किसी वाक्य में पदसमूह या पदबंध संज्ञा का भाव नियत क्रम और निश्चित अर्थ में प्रकट करें तब वे संज्ञा पदबंध कहलाते हैं। (संज्ञा पदबंध का अंतिम पद संज्ञा होता है)
उदाहरण
क) दिल्ली में स्थित अशोका होटल बहुत ही सुंदर है।
ख) परिश्रम करने वाले छात्र को सफलता अवश्य मिलेगी।
ग) बगीचे में लगा गुलमोहर का पेड़ सूख गया।
घ) प्रतिदिन व्यायाम करने वाले लोग स्वस्थ रहते हैं।
ङ) मेरे घर के पास बनी नई पुस्तकालय बहुत बड़ी है।
च) सड़क के किनारे खड़ी लाल कार किसकी है?
छ) पहाड़ों के बीच बसा छोटा सा गाँव बहुत सुंदर लगता है।
छ) कक्षा में सबसे आगे बैठी मेहनती लड़की ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
ज) बाजार से खरीदी गई ताज़ी सब्ज़ियाँ बहुत स्वादिष्ट लगीं।
सर्वनाम पदबंध
जब एक से अधिक पद मिलकर किसी सर्वनाम की जानकारी देते हैं तब उसे सर्वनाम पदबंध कहते हैं। यह सर्वनाम के साथ उसकी विशेषताएँ, स्थान, समय, या अन्य जानकारी जोड़कर वाक्य में प्रयुक्त होता है।
(सर्वनाम पदबंध का अंतिम पद सर्वनाम होता है)
उदाहरण
क) जो लड़का कल आया था वह नागपुर में पढ़ता है।
ख) परेशानी में उलझा हुआ मैं कुछ भी न कर सका।
ग) सेवा कार्य में तत्पर रहने वाले आप सचमुच महान हैं ।
घ॒) कक्षा के तीस छात्रों में से कोई नहीं पहुँचा ।
ङ) जो लड़की गाना गा रही थी, वह मेरी बहन है।
च) जिस किताब को तुम ढूंढ रहे थे, वह मेरे पास है।
छ) जो व्यक्ति परिश्रमी होता है, उसे सफलता अवश्य मिलती है।
ज) जो बच्चे खेल रहे हैं, वे मेरे पड़ोसी हैं।
झ) जिस घर में तुम रहते हो, वह बहुत सुंदर है।
विशेषण पदबंध
जब कोई पदसमूह किसी संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता का बोध कराए तो वह विशेषण पदबंध कहलाता है। यह संज्ञा या सर्वनाम के साथ उसकी गुणवत्ता, मात्रा, रंग, आकार, स्थान, या अन्य विशेषताएँ जोड़कर वाक्य में प्रयुक्त होता है।
(विशेषण पदबंध का अंतिम पद विशेषण होता है)
उदाहरण
क) लकड़ी से बनी अलमारी बहुत सुंदर है।
ख) काले कुरते वाला वह आदमी चोर लगता है।
ग) पुलिस अकारण घूमने वाले लोगों के साथ सख्ती से पेश आ रही है।
घ) पिताजी ने पुराना टूटा मकान बेच दिया।
ङ) रंग-बिरंगे फूलों से सजा बगीचा बहुत आकर्षक लग रहा है।
च) लंबे बालों वाली लड़की ने गाना गाया।
छ) पुरानी किताबों से भरी अलमारी को साफ किया गया।
ज) ऊँची इमारत के ऊपर से पूरा शहर दिखाई देता है।
झ) खुशबूदार फूलों से सजा मंडप सभी का मन मोह लेता है।
क्रिया पदबंध
जब कोई पदसमूह वाक्य में क्रिया का काम करते हैं, उसे क्रिया पदबंध कहते हैं।
सामान्यतः वाक्य के अंत में क्रिया रहती है।
उदाहरण
क) रमा ने खाना खा लिया है।
ख) पिताजी गीता पढ़ रहे हैं।
ग) उसने नौकर से सभी कपड़े धुलवा लिए हैं।
घ) वह रोजाना की तरह पढ़ने बैठ गया।
क्रिया विशेषण या अव्यय पदबंध
वह वाक्यांश या पदसमूह जो क्रियाविशेषण का काम दे, क्रियाविशेषण या अव्यय पदबंध कहलाते हैं। वाक्य में क्रिया कैसे, कब,कहाँ और कितनी मात्रा में हो रही है, यह क्रिया विशेषण पदबंध से पता चलता है। क्रिया विशेषण पदबंध की अवधारणा को स्पष्ट करते हैं। क्रिया विशेषण पदबंध में क्रिया के साथ उसके ढंग, समय, स्थान, या अन्य विशेषताएँ जुड़ी होती हैं।
क्रिया विशेषण पदबंध क्रिया से पहले आते हैं।
उदाहरण
क) वह तेज दौड़ते दौड़ते थक गया ।
ख) वह चिल्लाते हुए आ रहा है।
ग) वह धीरे-धीरे चलते हुए घर पहुँचा।
घ) बच्चा जोर-जोर से रोते हुए सो गया।
ङ) वह बिना रुके लगातार दौड़ता रहा।
च) मैंने उसे ध्यान से पूरी कहानी सुनाई।
ध्यान देने योग्य बातें
१) क्रियाविशेषण पदबंध को यदि वाक्य से हटा दिया जाए तब भी वाक्य की मूल रचना खंडित नहीं होती।
उदाहरण
वह तेज दौड़ते-दौड़ते थक गया।
वह थक गया ।
२) विशेषण पदबंध किसी संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता का बोध कराते हैं। इसलिए ये संज्ञा या सर्वनाम पदबंध के अंश हैं। अंतर केवल यह है कि संज्ञा या सर्वनाम शब्दों के पहले का पदबंध विशेषण पदबंध होता है तथा संज्ञा या सर्वनाम को मिलाने से संज्ञा या सर्वनाम पदबंध बन जाता है
उदाहरण
दिल्ली में स्थित अशोका होटल बहुत ही झुंदर है।
दिल्ली में स्थित अशोका होटल संज्ञा पदबंध
दिल्ली में स्थित विशेषण पदबंध
जो लड़का कल आया था वह नागपुर में पढ़ता है।
जो लड़का कल आया था वह सर्वनाम पदबंध
जो लड़का कल आया था विशेषण पदबंध
अभ्यास प्रश्न
१. सेवा कार्य में लगे रहने वाले कभी फल की इच्छा नहीं करते।
उत्तर- विशेषण पदबंध
२. बड़े भाई के नाराज होने पर छोटा भाई पढ़ने बैठ जाता।
उत्तर - क्रिया पदबंध
३. कार बहुत धीमी गति से चल रही थी ।
उत्तर- क्रिया विशेषण पदबंध
४. पड़ोस में रहने वाला राहुल मेरा मित्र है।
उत्तर - संज्ञा पदबंध
५. चोट से परेशान वह आज खेल नहीं पाएगा ।
उत्तर - सर्वनाम पदबंध
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